Saturday, September 19, 2009

CAT RAPP

हाय भगवान् ...
किस मुश्किल में तुने फसाया ,
मैंने मांगी थी मौज और मस्ती ,
और तुमने CAT को हाथ padwaya,
जिस को भी देखो आज,
वो CAT की तयारी है करता,
अगर कॉलेज का नाम पूछो,
तो IIM से निचे की बात न कोई करता,
तीन लाख बच्चे EXAMS है देते,
और 2000सीट्स के लिए har कोई FIGHT है करता,
पता नी भगवान्. मेरा क्या बनेगा,
पर तयारी तो मैं भी CAT की ही करता,

GEOMETRY ने मेरे आस पास ऐसा CIRCLE है बनाया,
जिस में उलझा मैं तो ऐसा,
की फ़िर वापिस निकल न पाया,

मेरी लाइफ की LINEAR EQUATION,
अब COMPLEX है बन चुकी,
जिस का REAL ROOT dhoondne की PROBABILITY
अबी ZERO है बन गई,

अंग्रेजो की इस ENGLish ने मुझ पर,
ऐसा ATTACK है किया,
जो आता ठा थोड़ा बोहत,
अब तो वो बी कचरा कर दिया,
जितना भी तुम पढ़ लो इसको,
पर CONFIDENCE न कभी आता है,
जिस OPTION को NEGATE करता हु सब से पहले,
ANSWER उसी OPTION में होता है,

D.I. के इन TABLES ने हम पर,
इतना बेरहम जुलम है किया,
LENGTHY-LENGTHY इन CALCULATIONS ने,
मेरा बोहत खून है पिया,

इस PROFIT-LOSS के चक्कर में,
LOSS ही LOSS DIKHTA है,
जिस भी QUESTION का ANSWER निकालू,
वो किसी भी OPTION में नही दीखता है,
इस CRITICAL REASONING ने तो लाइफ ऐसी CRITICAL है बनाई,
जैसी शादी के बाद HOTI है HUSBAND की लाइफ…

और क्या अपना दुःख ब्यान करू,
दुःख बताते-बताते SPACE KHATM हो जायेगी,
पर यारो CAT को सोच समझ के हाथ डालना,
क्यों की इस की तयारी करते-करते तुम्हे अपनी नानी याद आ जायेगी......!!!!

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